Chhattisgarh

धान खरीदी केंद्र राजनगर में पत्रकारों को बनाया बंधक, तथाकथित बकावंड मंडल भाजपा नेताओं की गुंडागर्दी..

 

जगदलपुर inn24 (रविंद्र दास)विकासखंड बकावंड के ग्राम राजनगर में एक प्रशासनिक जांच के मामले ने तब तुल पकड़ ली जब स्थानीय असामाजिक तत्वों द्वारा पत्रकारों की गाड़ी को रोक कर तीन पत्रकारों को धान खरीदी केंद्र के परिसर में दो घंटे बंधक बनाए रखा। बतादें अंत में पुलिस प्रशासन, तहसीलदार और एसडीएम के सहयोग से तीनों पत्रकारों को खरीदी केंद्र से बाहर निकाला गया, और 63 वर्षीय वरिष्ठ पत्रकार विमलेंदु झा को मुख्यालय बकावंड स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया, जहां उन्हें उपचार देकर सकुशल भेजा गया। कुछ समय पूर्व से ही लगातार कुछ ग्रामीणों द्वारा लगातार मिल रही शिकायत के बाद जब पत्रकार विमलेंदु झा द्वारा राजनगर में धान खरीदी केंद्र का मुआयना किया गया तो उनके द्वारा धान के तौल में अनियमितता दिखी। जिसकी जानकारी कल बकावंड तहसील कार्यालय पहुंच कर तहसीलदार को दी गई। तहसीलदार बकावंड ने त्वरित कार्यवाही करते हुए, तत्काल राजनगर के धान खरीदी केंद्र में जांच करने हेतु जाने के बारे में बताया। सूचनाकर्ता की हैसियत से पत्रकार विमलेंदु झा तथा दो अन्य सहयोगी वेदांत और लछीन द्वारा तहसीलदार की वाहन के पीछे अपनी टाटा नैनो में उक्त स्थान में पहुंचे। धान खरीदी केंद्र में तहसीलदार ने सबसे पहले संचालक द्वारा शाम 5 के बाद भी खरीदी किए जाने को लेकर फटकार लगाई, जबकि धान खरीदी केंद्र में 5 भी के बाद खरीदी बंद कर दी जाती है। उसके बाद लगभग 20 बोरियों को मंगवाकर तहसीलदार ने तौल करवाया, जिसमे लगभग 300 से 1500 ग्राम के आस पास की अनियमितता पाई गई। तहसीलदार ने सभी बोरियों में आई अधिकता या कमी पाए जाने का एक अनुपात निकालकर, जांच प्रतिवेदन कलेक्टर कार्यालय भेजे जाने की बात कहीं, और वे अपनी शासकीय वाहन में निकलने को तैयार हो गईं। जिसके बाद विमलेंदु झा और सहयोगी भी अपनी वहां में सवार होकर निकलने ही वाले थे, कि पत्रकार की वाहन को केंद्र प्रभारी सेठिया द्वारा थपथपा कर रोका गया। उसके साथ अन्य लोगों ने उन सभी को वहां से उतरकर बात करने को कहा। जैसे ही तीनों पत्रकार अपनी वाहन से बाहर आए, मौजूद कुछ लोगों ने पहले धक्का मुक्की कर गाली गलौच किया। उसके बाद धान खरीदी केंद्र के लोगों को वीडियो बनाने के लिए कहा। उस वीडियो में वे सभी लोग मिलकर पत्रकारों को झूठे केस में वीडियो बनाकर फंसाने की बात कही।लगातार बार बार दी जा रही गाली, जान से मारने की धमकियों और परिसर में बंधक बनाए जाने की वजह से विमलेंदु झा की तबियत बिगड़ गई, और वे बेहोश होकर गिर पड़े। उसके बाद भी अमानवीयता के साथ वे लोग लगातार आकर उलाहना देते रहे। खुद को भाजपा के किसी किसी पद ने होने की बात करते रहे। तबियत बिगड़ने के साथ ही जब बंधक बनाने वाले लोग दूर हटकर हल्ला कर रहे थे तभी पत्रकारों द्वारा 112 में कॉल करके स्थिति की जानकारी दी गई। थोड़ी देर के बाद ही जिला उप पुलिस अधीक्षक द्वारा तत्काल बात कर, उन्हें भी जानकारी दी गई। सहयोग के लिए बकावंड थाने से जवान आए, उनके साथ तीनों पत्रकारों को वहां से निकाला गया। बंधक बनाए जाने के वारदात में शामिल :सुनील सेठिया(जनपद सदस्य), धनुर्जय कश्यप (जनपद सदस्य), दीपक बिसाई, नारायण बिसाई, कलेश बिसाई (खरीदी प्रभारी), राजकुमार सेठिया और अन्य लगभग 20 लोग पत्रकारों को बंधक बनाए जाने की वारदात में शामिल थे।

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